न्यूज़ीलैंड में वीज़ा शुल्क में 60% बढ़ोतरी: भारतीय छात्रों और यात्रियों पर असर
हाल ही में भारतीय छात्रों द्वारा विदेश में पढ़ाई करने का रुझान तेजी से बढ़ा है। भारत की मजबूत होती अर्थव्यवस्था के साथ-साथ, कई भारतीय व्यवसायी और छात्र न्यूज़ीलैंड जैसे देशों का रुख कर रहे हैं। लेकिन अब उनके लिए वीज़ा शुल्कों में भारी बढ़ोतरी के चलते विदेश यात्रा करना कठिन होता जा रहा है।
न्यूज़ीलैंड में वीज़ा शुल्क में 60% की बढ़ोतरी
अब न्यूज़ीलैंड जाने के लिए वीज़ा शुल्क करीब 60% अधिक देना पड़ेगा। 2023 में न्यूज़ीलैंड ने भारतीय आवेदकों को 1,15,008 वीज़ा जारी किए थे, और इस बढ़े हुए शुल्क से वीज़ा प्राप्त करना महंगा हो गया है।
नया वीज़ा शुल्क ढांचा
विद्यार्थी वीज़ा शुल्क में वृद्धि
विद्यार्थी वीज़ा का शुल्क पहले $300 था, जो अब बढ़कर $485 हो गया है। न्यूज़ीलैंड में भारतीय छात्र अंतर्राष्ट्रीय छात्रों का दूसरा सबसे बड़ा समूह हैं, और वे कुल छात्रों का 17% हिस्सा बनाते हैं। यह नया शुल्क 1 अक्टूबर से लागू हो चुका है, जैसा कि न्यूज़ीलैंड की इमिग्रेशन मंत्री एरिका स्टैनफोर्ड ने बताया।
एरिका स्टैनफोर्ड ने यह स्पष्ट किया कि इस वृद्धि का उद्देश्य वीज़ा प्रोसेसिंग का बोझ करदाताओं से हटाकर वीज़ा धारकों पर डालना है, ताकि सरकार की ओर से खर्चों को कम किया जा सके।
पर्यटक वीज़ा शुल्क में वृद्धि
पर्यटक वीज़ा का शुल्क भी बढ़ा है, जो पहले $190 था और अब $300 हो गया है। स्टैनफोर्ड ने बताया कि इन उच्च शुल्कों से वीज़ा प्रोसेसिंग की लागत को कम किया जा सकेगा, जिससे सरकार को अगले चार वर्षों में लगभग $563 मिलियन की बचत होगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस वृद्धि के बावजूद, न्यूज़ीलैंड के वीज़ा शुल्क अभी भी ऑस्ट्रेलिया और यूके की तुलना में कम हैं।
अन्य श्रेणियों में भी बढ़ोतरी
इसके अतिरिक्त, एंटरप्रेन्योर रेसिडेंस कैटेगरी के तहत वीज़ा शुल्क $3,710 से बढ़कर $11,320 हो गया है, जबकि एक्टिव इन्वेस्टर कैटेगरी का शुल्क $4,630 से बढ़ाकर $12,070 कर दिया गया है।